Monday, April 26, 2010

सभी कॉमिक्स प्रेमियों के लिये एक प्रेम भरा उपहार (वेताल और मैण्ड्रेक की कुछ कालजयी कथाएँ)

First Page of Phantom Daily D060 - The Wisdom of Solomon
रंग किसे आकर्षित नहीं करते? प्रकृति ने इन्सान को जो तमाम नियामतें बख्शी हैं, उनमें से एक बड़ी काबिलियत विभिन्न रंगों के मध्य सूक्ष्म विभेदन करने और उन्हें बारीकी से पहचानने की क्षमता भी है. बिना रंगों के सम्पूर्ण सृष्टि किस तरह अनाकर्षक नजर आएगी, सोच कर ही अजीब सा लगता है.

तरह-तरह के लुभावने रंगों का आकर्षण कितना मनोहारी होता है. बात चाहे बगीचे में खिले रंग-बिरंगे फ़ूलों की हो, या फ़िर आंगन में या घरों की छतों पर चहचहाते पक्षियों की, मानव जीवन में आनन्द तो रंग ही भरते हैं.

बचपन में घर में दैनिक हिन्दुस्तान पेपर आता था. इसमें नित्य गार्थ की तीन-चार पैनल वाली कॉमिक पट्टी छपती थी. रविवार के दिन मैण्ड्रेक और ब्लॉन्डी की स्ट्रिप आती थी. लेकिन ये सभी स्ट्रिप केवल श्वेत-श्याम होती थीं. सीमित पाठक विस्तार वाले और अल्प दाम में बिकने वाले समाचार-पत्र, उस जमाने में रंगीन चित्रों को छापने का खर्च वहन करना शायद उतना आसान नहीं पाते होंगे.

लेकिन यही कहानियाँ अपन फ़िर बाद में इन्द्रजाल-कॉमिक्स में पढ़ते थे और रंगीन छपाई में इनका मज़ा वाकई कई गुना हो जाता था. हालांकि रंगीन छपाई की तकनीक उस जमाने में आज की तरह उन्नत नहीं थी और व्यवसायिक बंदिशों के चलते कई बार कॉमिक की रंग भराई भी मामूली स्तर की ही होती थी, कारण चाहे अच्छे कलाकारों की अनुपलब्धता हो या फ़िर प्रकाशक की छपाई के खर्च पर अंकुश लगाने की कोशिश. लेकिन फ़िर भी रंगों का आकर्षण चुम्बकीय होता था.

कुछ वर्ष हुए, जब मैंने अन्तर्जाल पर कुछ पुरानी कॉमिक्स को पाया. लगा जैसे बचपन के दिन एक बार फ़िर सामने आकर खड़े हो गए हों. मन एक बार फ़िर उन्हीं सुहानी यादों के सागर में गोते लगाने लगा. कोई तीन वर्ष पहले मैंने अपना कॉमिक्स आधारित ब्लॉग बनाया और अपने पास अब तक सहेज कर रखी हुई कई सारी कॉमिक्स को इस ब्लॉग पर चढ़ाना शुरु किया. कोई सत्तर के आसपास कॉमिक्स अब तक मैं अपने ब्लॉग पर लगा चुका हूं. इस बीच और भी कई मित्रों ने अन्तर्जाल पर कॉमिक्स देना शुरु कर दिया और काफ़ी बड़ी संख्या में अब कॉमिक्स आसानी से यहां मिलने लगे.
Phantom Sunday S 136

ऐसे में कुछ नया करने का विचार आया. मैंने देखा था कि वेताल और मैण्ड्रेक की कई सारी पुरानी कहानियाँ ऐसी हैं, जो किसी कॉमिक बुक की शक्ल में कभी भारत में (या विश्व में कहीं भी) नहीं छपी थीं. अन्तर्जाल पर ये केवल ब्लैक एंड व्हाइट स्कैन के रूप में उपलब्ध थीं और सो भी केवल अंग्रेजी में. मन में एक विचार आया कि क्यों ना इन शानदार कहानियों को रंगीन करके कॉमिक्स प्रेमियों के लिये पेश किया जाए. और मैंने जल्द ही इस दिशा में कदम उठा लिया.
Mandrake Daily D017

अपने पहले प्रयास हेतु मैंने वेताल की एक ऐसी कहानी को चुना जो भारत में इन्द्रजाल कॉमिक्स का प्रकाशन बंद होने (वर्ष १९९० में) के बाद विदेशों में प्रकाशित हुई थी और हिन्दुस्तानी पाठकों के लिये अनजान थी. यह थी वेताल की रविवारीय कथा संख्या १३६ - The Return of Thuggees. पहले पहल दस पृष्ठ रंगीन करके मैंने पाठकों के सम्मुख रखे और इस पर उनकी प्रतिक्रिया जानने का प्रयास किया. सभी मित्रों ने उसे हाथों-हाथ लिया और जमकर पीठ थपथपाई. इस हौसले के टॉनिक पर काम करते हुए धीरे-धीरे करके पूरी कहानी रंगीन कर दी गयी और फ़िर सम्पूर्ण कथा एकल कड़ी के रूप में ब्लॉग पर पोस्ट की गयी.
Phantom Sunday S040

काम काफ़ी मुश्किल था. क्योंकि एक तो ग्राफ़िक्स सॉफ़्ट्वेयर के क्षेत्र में अपनी पहले से कोई विशेष दखल नहीं था और फ़िर शुरुआती जोश के असर में आकर मैंने एक ऐसी कहानी का चुनाव कर लिया था जो अत्यधिक रूप से लम्बी थी. ये पूरी कहानी पैंसठ (६५) पृष्ठों तक फ़ैली थी [सामान्य कहानी पच्चीस पृष्ठों तक की होती है] और प्रत्येक पृष्ठ रंगहीनता का दामन छुड़ाकर रंगीन चोला पहनने में चार से पाँच घण्टे का समय ले लेता था. धैर्य और समर्पण की ऐसी कड़ी परीक्षा पहले कभी नहीं हुई थी. लेकिन अंतिम परिणाम देखकर सारी मेहनत वसूल होती प्रतीत हुई. और फ़िर इसके बाद तो एक सिलसिला शुरु हो गया. जल्द ही कुछ और कहानियाँ रंगीन कर दी गयीं.

इनमें से कुछ कहानियाँ निम्न लिंक्स पर डाउनलोड के लिये उपलब्ध हैं. कृप्या वहां से डाउनलोड कर इनका आनन्द लें.

१) वेताल रविवारीय कॉमिक स्ट्रिप १३६ - Return of Thuggeess (१९९१)
२) वेताल रविवारीय कॉमिक स्ट्रिप ०४० - The Gibs Brothers (१९५५)
३) मैण्ड्रेक डेली कॉमिक स्ट्रिप ०१७ - The Deep South (१९३९)*
* Partially done so far.

इस बीच मैंने अपनी ओर से एक और नया प्रयास किया है और वेताल की एक बहुत पुरानी कहानी [डेली स्ट्रिप ०६० - The Wisdom of Solomon (वर्ष १९५५)] को ना सिर्फ़ ब्लैक एण्ड व्हाइट से रंगीन में तब्दील किया है बल्कि उसे हिन्दी में अनुवादित करके हिन्दी संवादों के साथ पेश करने का प्रयास किया है. उन कॉमिक्स प्रेमियों को, जो अपने बचपन के दिनों में हिन्दी इन्द्रजाल-कॉमिक्स (या किसी और स्त्रोत से वेताल और मैण्ड्रेक) पढ़ते रहे हैं, मेरा यह प्रयास अवश्य भायेगा, इसका मुझे विश्वास है.

एक बात जो इस कॉमिक को विशेष बनाती है वह यह कि इस कहानी को कभी भी भारत में किसी भी प्रकाशन द्वारा कभी प्रकाशित नहीं किया गया. इस कारण अभी तक भारतीय पाठक इससे अछूते ही रहे हैं. अब रंगीन चित्रों के साथ इस कहानी का आनन्द उठा सकते हैं. सचमुच बड़ी मजेदार कथा है और इसे पढ़कर आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं कि वेताल आखिर इतना लोकप्रिय चरित्र कैसे बन गया होगा.

दोनों भाषाओं (अंग्रेजी एवम हिन्दी) के कॉमिक्स के लिंक्स नीचे हैं. आप जिस रूप में भी पढ़ना चाहें डाउनलोड कर सकते हैं.

वेताल डेली स्ट्रिप ०६० - The Wisdom of Solomon (वर्ष १९५५)
Phantom Daily D060

१) अंग्रेजी में ब्लैक एण्ड व्हाइट 
२) अंग्रेजी में रंगीन चित्रों के साथ
३) हिन्दी में रंगीन चित्रों के साथ

यदि आप डाउनलोड कर रहे हैं तो अनुरोध है कि कृपया अपनी प्रतिक्रिया से भी अवश्य अवगत कराएं. रंग भराई और अनुवाद दोनों के विषय में आपकी प्रतिक्रियाएं मुझे मेरे भविष्य के काम में सुधार करने में सहायक सिद्ध होंगी. उनका स्वागत है, अग्रिम धन्यवाद के साथ.


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